कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और मुख्य सचेतक डॉ गोविंद सिंह ने कहा-सरकार के पास कोई काम नहीं है इसलिए कोई भी विधेयक ला रही है.इस कानून का कोई मतलब नही है.
भोपाल. लव जिहाद (Love jihad) रोकने के लिए मध्य प्रदेश विधानसभा में आज धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 2020 विधानसभा पारित हो गया.विपक्ष के विरोध और सत्ता पक्ष के सदस्यों के सुझाव के बीच ये अधिनियम पास किया गया.
लव जिहाद रोकने के लिए मध्य प्रदेश विधान सभा ने धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 2020 पारित कर दिया.विपक्ष ने इसका विरोध किया.कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और मुख्य सचेतक डॉ गोविंद सिंह ने कहा-सरकार के पास कोई काम नहीं है इसलिए कोई भी विधेयक ला रही है.इस कानून का कोई मतलब नहीं है.कोई भी धोखा देकर शादी करता है तो उसके खिलाफ संविधान में पहले से व्यवस्था की गई है.गोविंद सिंह ने कहा गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दरबार में वाहवाही लूटना चाहते हैं इसलिये ये विधेयक बनाया जा रहा है.इसलिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की नकल कर मध्य प्रदेश में भी कानून बना दिया.डॉ गोविंद सिंह ने सदन में कहा हिन्दू विवाह अधिनियम में भी इस विधेयक की वजह से रोक लगती हैं.अपराध सिद्ध करने का अधिकार अभियोजन का होता है.इस कानून में अपराध सिद्ध करने का अधिकार दोषी को करना होगा.वर्ग विशेष के लोगों को दवाब में लाने के लिए ये कानून लाया जा रहा है.इस कानून का कोई औचित्य नही हैं.
हिना ने कहा-युवाओं को सक्षम बनाएं
कांग्रेस विधायक हिना कांवरे ने भी विधेयक का विरोध किया.उन्होंने कहा-संविधान में इसका पहले से प्रावधान है.इस कानून की आवश्यकता नहीं है.इस कानून की जगह युवाओं को सक्षम बनाएं,तो ऐसे कानूनों की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी.
बीजेपी नेताओं ने दिये सुझाव
बीजेपी विधायक डॉ सीताशरण शर्मा ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि ये संविधान के अनुरूप है.कमजोर और असहायों की पीड़ा हरने के लिए सरकार ये कानून लेकर आयी है.ये विधेयक संविधान और कानून के अनुरूप है.सदन में उन्होने कहा देश में संस्कृति की रक्षा करने का काम बीजेपी करती है.उन्होंने सुझाव दिया कि अधिनियम की धारा 4 में सामाजिक संस्थाओ को भी परिवाद का अधिकार देना चाहिए. पीड़ित को समय में न्याय मिले ये प्रावधान होना चाहिए.प्रेम से रहे और अपने अपने धर्म से चलें. जिसको कानून का उल्लंघन नहीं करना है तो डर किस बात का.जिसे इस कानून का उल्लंघन करना है वो डर रहे हैं.
हमें सोचना तो होगा
बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020 का समर्थन करते हुए कहा-हम बेटी को बचा रहे हैं बेटियों की सुरक्षा के लिए ये कानून बना रहे हैं.इस कानून में वर्ग विशेष की कहां बात आ रही है.विपक्ष वर्ग विशेष की सहानभूति बटोरने के लिए इसका विरोध कर रहा है.हमें विचार और चिंतन करना पड़ेगा.
धर्म स्वातंत्र्य विधेयक पर गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने सदन में बयान दिया कि उन्होंने कहा-कितने अफजल मारोगे हर घर से अफजल निकलेगा. तो हमने कहा हम उस घर को मारेंगे जिस घर से अफजल निकलेगा.नरोत्तम मिश्रा बोले-हमने जो बोला वो किया.हमने धारा 370 हटाने की बात कही वो हटाई. हमने ट्रिपल तलाक पर कानून लाने की बात कही वो हम लाए.समाज में भय और भ्रम की स्थिति बनाई जा रही है.कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति करती है.जिसे लोगो ने कहा कि देश के टुकड़े करेंगे उससे मिलने सबसे पहले राहुल गांधी गए. विधयेक में एक वर्ग को टारगेट नहीं किया जा रहा. विपक्ष भ्रम फैला रहा है.पहले कानून में विवाह को शून्य करने का प्रावधान नहीं था लेकिन इस विधेयक में विवाह शून्य करने का प्रवधान होगा.महिला को भरण पोषण करने का प्रावधान है.सजा को 10 साल तक बढ़ाने का प्रावधान है.जो एनजीओ धर्म परिवर्तन करवाएगा उसको भी कार्रवाई होगी.जो धर्म परिवर्तन करवा कर शादी करवाएगा उस पर भी कार्रवाई की जाएगी.यह कानून उन काफिरों के लिए भी जरूरी है जो बच्चों को छलते हैं
नरोत्तम मिश्रा ने कहा-आज मन प्रसन्न है
नरोत्तम मिश्रा ने कहा-आज मन बहुत ही प्रसन्न है.महिला दिवस के दिन आसंदी पर महिला सदस्य विराजमान थीं.उस समय सदन में धर्म स्वातंत्र्य विधेयक पर चर्चा हुई.