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हाथरस : परिवार को नहीं सौंपा गया पीड़िता का शव, पुलिस ने रात में ही कर दिया अंतिम संस्कार

सफदरजंग में धरने पर बैठे हाथरस पीड़िता के परिजनों को कल पुलिस ने वहां से हटा दिया. पीड़ित के भाई का कहना है कि हमें गुमराह किया जा रहा है.

अस्पताल के बाहर कांग्रेस, भीम आर्मी और छोटे छोटे संगठनों ने भी प्रदर्शन किया.

हाथरसहाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय दलित लड़की की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई, जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता के परिवारवालों की गुहार सुने बिना जबरन पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया. पीड़िता की मौत के बाद से देश के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.

 

हमें गुमराह किया जा रहा है- पीड़िता का भाई 

सफदरजंग में धरने पर बैठे हाथरस पीड़िता के परिजनों को कल पुलिस ने वहां से हटा दिया. परिवार आरोपियों की फांसी की मांग को लेकर अस्पताल के बाहर बैठा रहा. पीड़ित के भाई का कहना है कि हमें गुमराह किया जा रहा है. हमें न्याय चाहिए. अस्पताल के बाहर कांग्रेस, भीम आर्मी और छोटे छोटे संगठनों ने भी प्रदर्शन किया. भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हम यह चाहते हैं की न्याय हो,  फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चले. यूपी में उन्नाव और अब हाथरस जैसे कई ऐसे मामले हुए

रेप होने की पुष्टि के बारे में स्थिति साफ नहीं- पुलिस आईजी

 

आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने को लेकर अलीगढ मंडल के पुलिस आईजी पीयूष मोर्डिया का कहना है कि पीड़िता के बयान के आधार पर रेप का मामला दर्ज हुआ था, लेकिन उसके साथ रेप होने की पुष्टि के बारे में स्थिति साफ नहीं है. क्योंकि जे एन मैडीकल कालेज की रिपोर्ट में यही कहा गया है. सैम्पल 26 सितंबर को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजा गया है. जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आयी है. उसके आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा.

 

आरोपियों के खिलाफ जोड़ी जाएगी आईपीसी की धारा 302

 

वहीं मंगलवार को हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया है कि 14 सितंबर को जान से मारने की कोशिश के इस मामले में पीड़िता का 22 सितंबर को बयान लिया गया था, जिसके आधार पर मामले में गैंग रेप की धारा 376 डी जोड़ी गयी थी. बंद चारों आरोपियों के खिलाफ अब आईपीसी की धारा 302 (हत्या) भी जोड़ी जाएगी. उनका कहना है कि मामले के सभी चार अभियुक्त पकडे जा चुके है और 10 लाख की सरकारी मदद दे दी गयी है.

 

अलीगढ़ के जेएन अस्पताल के डॉक्टर मो. ताबिश खान ने कहा है कि पीड़िता के सीटी स्कैन में गर्दन की हड्डियों में चोट थी. नस दबने से उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. हाथ-पांव नहीं चल पा रहे थे. दो दिन बाद पूरा मामला बताने पर गायनेकॉलॉजिस्ट और फॉरेंसिक ने जांच कर पूरी रिपोर्ट CMO को जमा की थी.

 

19 साल की दलित लड़की के साथ हुआ गैंगरेप

 

बता दें कि यूपी में हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी. पुलिस ने कहा कि पीड़िता को घटना के बाद अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, सोमवार सुबह उसकी हालत गंभीर होने के कारण इलाज के लिये उसे दिल्ली भेजा गया था.

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